महू। बीती रात साई शताब्दी पुण्यतिथि महोत्सव 2019 द्वारा आयोजित अखिल भारतीय साहित्य परिषद महू काशानदार कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के संस्थापक श्री साईराम कसेरा, संयोजक श्री गोपाल मित्तल, महामंत्री पं. गोविंद शर्मा एवं अध्यक्ष श्री हरि अग्रवाल जी द्वारा सभी आमंत्रित कवि गणों का रुद्राक्ष माला से स्वागत किया गया। सुरेश चंद्र अस्थाना जी के संचालन में सभी कवियों ने अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी जिसमे कवि सम्मेलन की शुरुआत दामोदर विरमाल द्वारा सरस्वती वंदना, बिंदु के पंचोली द्वारा हर एक बेटी सलामत हो, कार्यक्रम संयोजक व अभा साहित्य परिषद उपाध्यक्ष विनोद सिंह गुर्जर द्वारा श्रीराम मेरे जन पातक हरना , हरीश जी पीथमपुर द्वारा लगे ना दाग वर्दी पर, प्रशांत चौरासे द्वारा उस गांव में मेरा घर भी था, रमेश जैन "राही" द्वारा मुझे वो हमेशा पहेली सी , डॉ जगदीश चौहान द्वारा ना हुआ ना कोई होगा ऊंचा राम से, अनूपसिंह, बब्बन द्वारा कलाम वो कलाम है, भगवानदास तरंग द्वारा ऑपरेशन पोस्पांड, हरीश सोढ़ानी द्वारा वरदे वीणा वादिनी, पायल परदेशी द्वारा माटी चंदन है, दीपक जेसवानी द्वारा अध्यात्म का ज्ञान, देवांशी द्वारा तुम्हारी आँखों पर भगवान, अनिरुद्ध जी द्वारा बिना मकसद किसी के घर, डॉ विमल सक्सेना द्वारा छलनी हो गई छाती मेरी, शिव शर्मा ने अयोध्या राम एवं कवि दशरथ ठाकुर से आयोजक मंडल द्वारा वंशी वादन की मांग करने पर मधुर स्वर में भक्ति गीत सुनाया कार्यक्रम के अंत में महामंत्री पं. गोविंद शर्मा ने सभी कवियों का आभार व्यक्त कर भोजन प्रसादी कराई।
फाईल फ़ोटो - दामोदरविरमाल (स्वतंत्र पत्रकार) 8120203050
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