Thursday, August 6, 2020

राम मंदिर 1986 से 1989 के दौरान बन सकता था।

1985 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कहने पर ही दूरदर्शन ने रामानंद सागर के "रामायण" का प्रसारण किया था। 
रामायण धारावाहिक से राजीवगांधी इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने 1986 में उत्तरप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीर बहादुर सिंह को मनाया और राम जन्मभूमि के ताले खुलवाए। 
नवम्बर 1989 में उन्होंने विश्व हिंदू परिषद को राम मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दी थी। तब तत्कालीन गृहमंत्री बूटासिंह को शिलान्यास में भाग लेने के लिए भेजा गया था। 
यदि 1989 में राजीवगांधी की सरकार बनती तो शायद राम मंदिर उसी समय बन जाता।

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