राहुल गांधी की स्वाभिमान सभा : सभा में आने वाले नहीं ला पाएंगे पानी की बोतल, 5 लाख पानी और 2 लाख छाछ के पाउच बटेंगे
Tue, Jun 5, 2018 - 06:30 PM
गतवर्ष मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए किसानों का श्रद्धांजलि देने के लिए रखी गई है सभा।
इंदौर.किसान आंदोलन के बीच राहुल गांधी की सभा ने मंदसौर में पुलिस-प्रशासन की सांसें तेज कर दी है। हालात को देखते हुए बुधवार को राहुल गांधी की सभा में जाने वाले पानी की बोतल नहीं ले जा पाएंगे। एसपीजी ने बोतल को लेकर आपत्ति ली है। मंदसौर का तापमान इन दिनों 42 डिग्री के आस-पास है। एसपीजी को सभा में बोतलें फेंके जाने का अंदेशा है, जिसे देखते हुए कांग्रेस ने भी पानी के साथ छाछ के पाउच बांटना तय किया है।
राहुल के अलावा 05 नेता करेंगे सभा को संबोधित
- किसानों की पहली बरसी 6 जून को आयोजित होने वाली कांग्रेस श्रद्धांजलि सभा में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के चार प्रमुख नेता किसान और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, चुनाव अभियान समिति प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया एवं प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी शामिल हैं।
परिजन बोले- राहुल की सभा में जाएंगे
- किसान आंदोलन की बरसी पर 6 जून को कांग्रेस श्रद्धांजलि सभा करने जा रही है। इसे स्वाभिमान सभा का भी नाम दिया है। रणनीति के तहत मंदसौर के 5 दिवंगत किसानों व नीमच के एक किसान के परिजन को भी सभा में बुलाया जा रहा है।
- दिवंगतों के परिजन को मंच पर बुलाने के संबंध में पुष्टि करते हुए बड़वन के घनश्याम धाकड़ के पिता दुर्गालाल ने भास्कर को बताया कि कांग्रेस के नेता घर आए थे। बताया कि आपको राहुलजी के मंच पर बुलाएंगे, प्रवेश कार्ड के लिए पूरे परिवार के सदस्यों के नाम, फोटो ले गए। मेरे अलावा घनश्याम की पत्नी रेखा, बेटा रूद्र भी जाएगा।
स्वाभिमान सभा का भी नाम दिया
- किसान आंदोलन की बरसी पर 6 जून को कांग्रेस श्रद्धांजलि सभा करने जा रही है। इसे स्वाभिमान सभा का भी नाम दिया है। मंदसौर गोलीकांड मुद्दे पर राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल के सामने स्थानीय नेता किसी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहते। रणनीति के तहत मंदसौर के 5 दिवंगत किसानों व नीमच के एक किसान के परिजन को भी सभा में बुलाया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने सभी परिवारों से संपर्क साधा और सभा के एंट्री कार्ड बनाने के लिए नाम-पते भी ले गए। इस साझा मंच के बहाने कांग्रेस का थिंक टैंक देशभर में चर्चित मुद्दे पर किसानों के समर्थन मिलने की मोहर लगाने का संदेश देने जा रहा है। सभा स्थल से 100 मीटर दूरी पर 2 अस्थायी हेलीपेड का काम भी पूरा हो गया है। बदलते मौसम के मद्देनजर डोम टेंट का दायरा बढ़ाना तय हुआ है।
5 लाख पानी, 2 लाख छाछ व 1 लाख जूस के पाउच मंगाए
- राहुल गांधी की मंदसौर में होने वाली सभा में करीब दो लाख लोगों को बुलाने का लक्ष्य रखा है। भीषण गर्मी में इनको परेशानी नहीं हो इसके भी प्रबंध किए हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया सभा में आने वाले लोगों के लिए 5 लाख पानी के पाउच, 2 लाख छाछ के पाउच तथा 1 लाख जूस के पाउच मंगाए हैं ताकि उन्हें गर्मी से राहत मिल सके।
6 जून 2017 को हुआ था गोलीकांड
- मंदसौर गोलीकांड 6 जून 2017 को हुआ था। उसके तीन दिन पहले 3 जून से किसानों ने फसल का सही दाम नहीं मिलने सहित कई मुद्दों को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया था। 6 जून को भीड़ ने उग्र रूप ले लिया था, जिसका असर प्रदेशभर में देखने को मिला था। भीड़ ने घटना के दिन मंदसौर के पिपलिया मंडी थाने का घेराव और पथराव के साथ लोहे और लाठियों से तोड़फोड़ की थी। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने गोली चलाई थी, जिसमें अाधा दर्जन से ज्यादा लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस घटना से कई दुकानों और मकानों को भारी क्षति हुई थी। वहीं कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गय था।
राहुल गांधी को पिछली बार चलना पड़ा था 3 किलोमीटर पैदल
- किसान आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए 6 किसानों के परिवारों से मिलने के लिए राहुल गांधी 8 जून 2017 को मंदसौर को आए थे। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने राहुल गांधी को किसानों के परिवार से मिलने की इजाजत नहीं दी थी। साथ ही उनके मंदसौर जिले में प्रवेश पर भी रोक लगा दी थी। इस पर राहुल गांधी ने राजस्थान के उदयपुर से अपना प्लान बदल दिया था। मंदसौर तक पहुंचने के लिए राहुल गांधी ने कार और फिर बाइक पर कच्चे रास्ते से सफर किया। वे करीब 3 किमी तक पैदल भी चले। इतनी मशक्कत के बाद भी वे मंदसौर नहीं पहुंच पाए थे। पुलिस उन्हें नीमच से पहले हिरासत में लेकर गेस्ट हाउस में बनी अस्थाई जेल लेकर पहुंची थी। करीब 4 घंटे तक यहां रखने के बाद उन्हें मप्र की सीमा तक पुलिस छोड़कर आई थी। राहुल के बार-बार कहने पर एडमिनिस्ट्रेशन ने किसानों के परिवारों से उनकी बात फोन पर कराई थी। इसके बाद राजस्थान बॉर्डर पर राहुल परिवारों से मिलकर रवाना हो गए थे। उस दौरान राहुल ने कहा था कि मैं सिर्फ किसानों से मिलना चाहता था, लेकिन बिना वजह बताए मुझे हिरासत में लिया गया।
राहुल गांधी की स्वाभिमान सभा : सभा में आने वाले नहीं ला पाएंगे पानी की बोतल, 5 लाख पानी और 2 लाख छाछ के पाउच बटेंगे
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